Indian River PDF Notes Download In Hindi – हेलो दोस्तों, आज हम इस आर्टिकल में आप सब के लिए Indian River PDF Notes Download In Hindi ले के आये है | इस आर्टिकल में भारत की सारी नदियों की जानकारी हम विस्तारपूर्वक बताने जा रहे है|जो भी विद्यार्थी Competitive Exams की तैयारी कर रहे है जैसे PSC, STATE PCS, SSC, RRB, NTPC, VYAPAM, RAILWAY, एवं अन्य Competitive Exams में भी नदी के आगमन ,सहायक नदियाँ ,नदी पर बने बांध आदि के बारे में पूछा जाता है| जिसे आप निचे दिए गए लिंक से Free में Download कर सकते है|
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Indian River PDF Notes
1 .गंडक नदी
यह नदी दो धाराओं कालीगंडक और त्रिशूलगंगा के मिलने से बनती है| बिहार के चंपारन जिले में यह गंगा मैदान में प्रवेश करती है और पटना के निकट सोनपुर में गंगा नदी में जा मिलती है। इस नदी का उद्गम नेपाल तिब्बत की सीमावर्ती पर्वत श्रृंखलाओं से हुआ है, नेपाल में इस नदी को सालीगर्मी तथा नारायणी नाम से जाना जाता है, उत्तर प्रदेश तथा बिहार की सीमा में रहते हुए यह नदी पटना के पास गंगा नदी में मिलती है | गंडक नदी की लंबाई लगभग 425 किमी है|
2. गोमती नदी
गोमती नदी का उद्गम उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से हुआ है, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ गुरुदेव इस नदी के किनारे बसा हुआ है, गाजीपुर के निकट गंगा नदी में मिल जाती है|
3. कोसी नदी
कोसी नदी का उद्गम प्रारंभिक रुप से 7 धाराओं से हुआ जो नेपाल, हिमालय तथा कंचनजंगा पर्वत से निकलती है , इन धाराओं में सबसे बड़ी धारा का नाम अरुणा है| जो माउंट एवरेस्ट के पास से निकलती है!| बिहार के मैदानी भागों में बहते हुए यह नदी भागलपुर जिले में गंगा नदी में मिल जाती है| कोसी नदी की लंबाई लगभग 750 किमी है | कोसी नदी अपने मार्ग परिवर्तन एवं भयंकर बाढ़ के लिए प्रसिद्ध है, यह प्रतिवर्ष बिहार में जन धन की अपार छती आती पहुंचाती है, इसलिए इसे बिहार का शोक नदी कहा जाता है| यह गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदियों में से एक है। इस नदी में बाढ़ें (flood) बहुत आती हैं, जिससे अपार जन-धन में हानि होती है. इसलिए इसे शोक की नदी भी कहते हैं।
4. दामोदर नदी
इस नदी का उद्गम छोटानागपुर के पठार में स्थित पलामू पहाड़ी से हुआ है यह झारखंड से बहती हुई पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है तथा हुगली नदी में मिल जाती है दामोदर नदी द्वारा पश्चिम बंगाल में बाढ़ से भारी तबाही लाती है, इसलिए पश्चिम बंगाल का शोक नदी कहा जाता है इस नदी पर दामोदर नदी घाटी परियोजना संचालित है जो अमेरिका की टेंशन नदी घाटी परियोजना पर आधारित है|
5. यमुना नदी
यमुना नदी गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है इस नदी का उद्गम उत्तराखंड के यमुनोत्री नामक स्थान से हुआ है यमुना नदी के किनारे दिल्ली, मथुरा तथा आगरा जैसे बड़े शहर बसे हुए हैं यह लगभग 1375 किमी का सफर तय करके इलाहाबाद के निकट प्रयाग में गंगा नदी में मिल जाती है गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी मैं टोंस, चंबल, बेतवा, केन तथा काली सिंधु आदि शामिल है यमुना नदी को भारत की सबसे प्रसिद्ध नदी मानी जाती है| यमुना, गंगा की सबसे पश्चिमी और सबसे लम्बी सहायक नदी (tributary river) है|
6. चंबल नदी
चंबल नदी मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित महू के निकट जानापाओ पहाड़ी से निकलती है यह नदी मध्य प्रदेश राजस्थान होते उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी में मिल जाती है चंबल नदी की लंबाई लगभग 950 किमी है यह नदी बीहड़ों तथा गड्ढे का निर्माण करती है| यह नदी मध्य देश में महू के निकट जनापाव पहाड़ी से निकलती है जो समुद्र तल से 616 मीटर ऊँची है।
7. घाघरा नदी
इस नदी का उद्गम मापचाचुंग ग्लेशियर से हुआ है भारत के पठार पर स्थित है यह नेपाल के मध्य से बहती है हिमालय तथा शिवालिक श्रेणियों को पार करते समय यह राशिपणी नामक स्थान पर गहरी संक्रीर्ण घाटी का निर्माण करती है घाघरा नदी बिहार में छपरा के पास गंगा नदी में मिल जाती है घाघरा नदी की लंबाई लगभग 1200 किमी है|घाघरा नदी पहाड़ी क्षेत्र में कर्णाली या कौरियाला और मैदान में घाघरा कहलाती है। शारदा नदी इससे मैदान में मिलती है और अंत में छपरा, बिहार में यह गंगा नदी में विलीन हो जाती है।
8. सतलज नदी
सतलज नदी का उद्गम तिब्बत स्थित मानसरोवर झील के निकट राक्षसताल से हुई है यह नदी अपने उद्गम स्थल से 1500 किमी दूर तय करके पाकिस्तान में चिनाब नदी में मिल जाती है भारत में सतलज नदी का लंबाई 1050 किमी है प्रसिद्ध भाखड़ा नागल बांध सतलज नदी पर ही बनी है|
9. गंगा नदी
गंगा नदी का उद्गम उत्तराखंड के गोमुख हिमनदी के निकट गंगोत्री ग्लेशियर से हुआ है वास्तव में अलखनंदा तथा भागीरथी के देवप्रयाग में मिलने पर यह गंगा नदी कहलाती है| इलाहाबाद के निकट गंगा से यमुना मिलती हैं जिसे संगम या प्रयाग कहा जाता है| गंगा नदी दक्षिण पूर्व की ओर बहते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है इसे पद्मा कहा जाता है | बांग्लादेश में समुद्र में मिलने से पहले ब्रह्मपुत्र नदी से मिलती है तो इसका नाम मेघना हो जाता है नदी की कुल लंबाई 2525 किमी है| भारत में इसकी लंबाई 2510 किमी है| गंगा नदी पश्चिम बंगाल में विश्व प्रसिद्ध सुंदरवन डेल्टा का निर्माण करती है | गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी यमुना, सोन, गंगा, घागरा, कोसी, गंडक इत्यादि है| यह उत्तरी भारत की सबसे प्रमुख नदी है। इसके अपवाह क्षेत्र में भारत के सबसे घने बसे और उपजाऊ राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल आते हैं।
10. रावी नदी
रावी नदी हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रा से निकलती है एवं पाकिस्तान के मुल्तान के समीप चिनाब नदी में मिल जाती है रावी नदी की लंबाई 720 किमी है|रावी, सिन्धु की एक अन्य सहायक नदी है। यह हिमाचल प्रदेश की कुल्लू पहाड़ियों में रोहतांग दर्रे के पश्चिम से निकती है और राज्य की चंबा घाटी से बहती है| अपने उद्गम (origin) स्थान से शुरू होकर पाकिस्तान में मुल्तान के निकट चेनाब नदी के साथ मिलने तक यह 720 किमी. की दूरी तय करती है।
11. सिंधु नदी
सिंधु नदी को इंडस नदी भी कहा जाता है इस नदी का उद्गम तिब्बत स्थित मानसरोवर झील से हुआ है| सिंधु नदी तिब्बत, भारत और पाकिस्तान में बहती हुई अरब सागर में मिल जाती है | सिंधु नदी की कुल लंबाई लगभग 2880 किमी है भारत में 992 किमी लंबी है | सिंधु नदी की प्रमुख सहायक नदी झेलम, चिनाब, रावी, व्यास एवं सतलज है|इसका उद्गम तिब्बती क्षेत्र में कैलाश पर्वत श्रेणी में बोखर चू के निकट एक हिमनद से होता है जो 4,164 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है. तिब्बत में इसे सिंघी खंबान या शेर मुख कहते हैं. सिन्धु नदी कराची के पूर्व में अरब सागर में जा गिरती है।
12. झेलम नदी
झेलम नदी का उद्गम कश्मीर घाटी की शेषनाग झील के बेरीनाग नामक स्थान से हुआ है |वूलर झील में मिलने के बाद यह पाकिस्तान में प्रवेश करती है तथा चेनाब नदी में मिल जाती है | झेलम नदी की कुल लंबाई 724 किमी है तथा भारत में इसकी लंबाई 400 किमी है |यह कश्मीर की घाटी के दक्षिण-पूर्व में 4900 मीटर की ऊँचाई पर स्थित वीरिनाग के निकट झरने से निकलती है. कश्मीर में बहुत-सी नदियाँ इससे आकर मिलती हैं. पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले यह नदी श्रीनगर और वूलर झील से बहते हुए एक तंग व गहरे महाखंड से गुजरती है और पाकिस्तान में झंग के निकट यह चेनाब नदी (chenab river) से जा मिलती है।
13. ब्यास नदी
इस नदी का उद्गम रोहतांग दर्रे ब्यास कुंड से हुआ है यह कुल लंबाई 470 किमी तय करते हुए पंजाब में सतलज नदी में मिल जाती हैं |यह नदी हिमालय में स्थित रोहतांग दर्रे में 4067 मीटर की ऊँचाई पर स्थित व्यास कुंड से निकलती है। पूरे सिन्धु प्रवाह तंत्र में व्यास ही एक ऐसी नदी है जो पूर्णतया भारत में बहती है।
14. चिनाब नदी
चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश के लाहौल बारालाचा दर्रे से चलती है | यह पीर पंजाल के समांतर बहते हुए किशतबार के निकट पीरपंजाल में गहरा गार्ज बनाती है| भारत में चिनाब नदी की लंबाई 1880 किलोमीटर है| यह पाकिस्तान में जाकर सतलज नदी में मिल जाती है|चेनाब, सिन्धु की सबसे बड़ी सहायक नदी है. यह चंद्रा और भागा दो नदियों के मिलने से मिलती हैं इसलिए इसे Chandrabhaga भी कहते हैं।
15. कावेरी नदी
कावेरी नदी का उद्गम कर्नाटक राज्य के कुर्ग जिले में स्थित ब्रह्मगिरि की पहाड़ियों से हुआ है| कावेरी नदी में प्रसिद्ध शिवसमुद्रम जलप्रपात स्थित है यह नदी 800 किलोमीटर दूरी तय करते हुए बंगाल की खाड़ी में मिल जाती हैं |
16. शिप्रा नदी
शिप्रा नदी मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित काकरी बरडी पहाड़ी से निकलती है इस नदी के किनारे उज्जैन का विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर स्थित है जहां प्रत्येक 12 वर्षों में कुंभ का मेला लगता है |
17. माही नदी
इस नदी का उद्गम अरावली पर्वत श्रृंखला से होता है तथा यह गुजरात में खंभात की खाड़ी में गिरती हुई है | यह नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है | इस नदी की उत्पत्ति विन्ध्याचल पर्वत से होती है।नर्मदा और तापी के बाद यह गुजरात में तीसरी बड़ी।
18. साबरमती नदी
साबरमती नदी राजस्थान के उदयपुर में अरावली पर्वत श्रृंखला से निकलती है तथा खंभात की खाड़ी मिल जाती है इस नदी के किनारे अहमदाबाद तथा गांधीनगर बसे हुए हैं | यहाँ से यह दक्षिम-पश्चिम दिशा में 300 k.m. की दूरी तय करके खम्भात की खाड़ी में विलीन हो जाती है।
19. नर्मदा नदी
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के विंध्याचल पर्वत में स्थित अमरकंटक की पहाड़ियों से निकलती हैं | यह अपने उद्गम स्थान से पश्चिम की ओर 1312 k.m की दूरी तय करते हुए गुजरात में भड़ौच के निकट खंभात की खाड़ी में गिरती हैं| नर्मदा नदी डेल्टा का निर्माण नहीं करती है | यह नदी एस्चुअरी का निर्माण करती है | इस नदी पर इंदिरा सागर परियोजना, ओंकारेश्वर परियोजना एवं सरदार सरोवर परियोजना निर्मित है |यह नदी अमरकंटक पठार के पश्चिमी पार्श्व से लगभग 1,057 मीटर की ऊँचाई से निकलती है।
20. ताप्ती नदी
ताप्ती नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई नगर के पास हुआ है | ताप्ती नदी पश्चिम की ओर नर्मदा नदी के समानांतर बहती हुई गुजरात में सूरत के निकट खंभात की खाड़ी में गिरती है | इस नदी की लंबाई 724 किमी है| यह पश्चिम दिशा में बनने वाली एक अन्य महत्त्वपूर्ण नदी है। यह मध्य प्रदेश में बेतूल जिले में मुलताई से निकलती है।
21. गोदावरी नदी
गोदावरी नदी का उद्गम महाराष्ट्र के नासिक जिले से होता है | गोदावरी नदी दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी है | इसकी लंबाई 1465 कि मी है अपने विशाल आकार के कारण इस नदी को दक्षिण की गंगा एवं वृद्ध गंगा नाम से जाना जाता है | यह महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के पठार को पार करती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है |
22. कृष्णा नदी
कृष्णा नदी यह पूर्व दिशा में बहने वाली दूसरी बड़ी प्रायद्वीपीय नदी है जो महाराष्ट्र के महाबलेश्वर के निकट एक झरने से निकलती है | यह महाराष्ट्र कर्नाटक तथा आंध्र प्रदेश में बहते हुए विजयवाड़ा के निकट विभिन्न शाखाओं में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है | इस नदी की लंबाई 1400 किमी है कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर परियोजना तथा श्री शैलम परियोजना निर्मित है |
23. बेतवा नदी
बेतवा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश से होता है | यह रायसेन जिले में स्थित कुमार गांव के निकट विंध्याचल पर्वत से निकलती है | इस नदी की लंबाई 475 किमी है | यह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी से मिल जाती हैं | इस नदी पर माताटीला एवं राजघाट बांध निर्मित है |
24. महानदी
महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले में स्थित सिहावा पहाड़ी से होता है | यह नदी छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा राज्य में 857 किमी बहती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है | इस नदी पर उड़ीसा राज्य में प्रसिद्ध हीराकुंड बांध बना है |
25. सोन नदी
सोन नदी का उद्गम मध्य प्रदेश में स्थित अमरकंटक की पहाड़ियों से हुआ है | यह मध्यप्रदेश के रीवा एवं सीधी जिले से बहती हुई उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती हैं तथा पटना के समीप गंगा नदी में मिल जाती है | सोन नदी की लंबाई लगभग 775 किलोमीटर है | इस नदी पर बाण सागर परियोजना एवं रिहंद परियोजना संचालित है |
26. ब्रह्मपुत्र नदी
ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत स्थित मानसरोवर झील से हुआ है | इस नदी का उद्गम स्थल से समुद्र तल से 5150 ऊंचाई पर स्थित है | ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत में सांगपो के नाम से जानी जाती है तथा भारत मेंअरुणाचल प्रदेश से प्रवेश करने के बाद यह दिहांग कहलाती है | असम में इसे ब्रह्मपुत्र नाम से जाना जाता है तथा बांग्लादेश में इसे जमुना कहा जाता है | गंगा एवं ब्रह्मपुत्र के संगम के बाद दोनों की सम्मिलित धारा को मेघना कहा जाता हैं | ब्रह्मपुत्र नदी की कुल लंबाई 2900 किमी लंबी है तथा भारत में यह 916 किलोमीटर लंबी है | इस नदी पर असम राज्य में विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली द्वीप स्थित है |ब्रह्मपुत्र नदी को ब्रह्मा की बेटी भी कहा जाता है. विश्व की सबसे बड़ी नदियों में से एक ब्रह्मपुत्र का उद्गम कैलाश पर्वत श्रेणी में मानसरोवर झील के निकट चेमायुंगडुग हिमनद में है।
27. लूनी
लूनी नदी पुष्कर के समीप दो धाराओं सरस्वती और सागरमती के रूप में उत्पन्न होती है, जो गोबिंदगढ़ के निकट आपस में मिल जाती है। तलवाड़ा तक यह पश्चिम दिशा में बहती है और उसके बाद दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई कच्छ के रन में जा मिलती है।
28. महानंदा
यह गंगा की एक सहायक नदी है, जो दार्जलिंग पहाड़ियों से निकलती है। यह नदी पश्चिमी बंगाल में गंगा के बाएँ तट पर मिलने वाली अंतिम सहायक नदी है।
29 . काली, काली गंगा, शरद या सूरज
इस नदी का उद्गम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में है। यह भारत-नेपाल सीमा के साथ बहती हुई, जहाँ काली या चाइक कहा जाता है, घाघरा नदी में मिल जाती है।
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